शेयर और लाभांश

आजकल गणित विषय में शेयर और लाभांश से संबंधित टॉपिक भी जुड़ गए हैं। और अक्सर शेयर और लाभांश टॉपिक से संबंधित प्रतियोगी परीक्षाओं में भी प्रश्न पूछे जाते हैं। लेकिन आखिर यह शेयर और लाभांश क्या है? और इसका उपयोग कहां होता है?, इसे समझना छात्रों के लिए कठिन है।

इसलिए आज के इस लेख में हम आसान शब्दों में शेयर और लाभांश के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त करेंगे, जिसमें शेयर और लाभांश की परिभाषा शेयर एवं लाभांश के प्रकार एवं उनकी गणनाएं शामिल होंगी। 

शेयर (Share) क्या होते हैं?

कल्पना कीजिए आप किसी कंपनी के मालिक बनना चाहते हैं। लेकिन अकेले पूरी कंपनी खरीदना मुश्किल है। तो क्या होगा अगर कंपनी को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटा जाए? इन्हीं टुकड़ों को शेयर (Share) कहते हैं। 

हर शेयर कंपनी के स्वामित्व का एक छोटा सा हिस्सा दर्शाता है। जितने ज्यादा शेयर आपके पास होंगे, कंपनी के मालिक होने का आपका हक उतना ही ज्यादा होगा।

शेयर किसी कंपनी के स्वामित्व का एक छोटा सा हिस्सा होता है। जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी के एक छोटे मालिक बन जाते हैं। आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों की संख्या आपके स्वामित्व के प्रतिशत को निर्धारित करती है। 

उदाहरण के लिए, यदि किसी कंपनी में कुल 1000 शेयर हैं और आपने उनमें से 100 शेयर खरीद लिए हैं, तो आप उस कंपनी के 10% के मालिक हैं।

कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए शेयर जारी करती हैं। वे अपने शेयरों को स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध करती हैं, जहां निवेशक उन्हें खरीद और बेच सकते हैं। शेयरों की कीमतें आपूर्ति और मांग के आधार पर लगातार बदलती रहती हैं।

शेयर का उदाहरण – 

आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं। मान लीजिए आपने किसी पिज्जा बनाने वाली कंपनी के 100 शेयर खरीदे। कंपनी के कुल 10,000 शेयर जारी हैं। इसका मतलब है कि कंपनी की मालिकी में आपका 1% का हिस्सा है (100 शेयर / 10,000 शेयर = 0।01 = 1%)।

कंपनी शेयर क्यों जारी करती है?

कंपनियों को कई कारणों से पैसा जुटाने की ज़रूरत पड़ती है। दैनिक कार्यों को चलाने, नया कारखाना बनाने या कोई नया उत्पाद शुरू करने के लिए उन्हें पूंजी की ज़रूरत होती है। बैंक से लोन लेने के अलावा, कंपनियां शेयर जारी करके पूंजी जुटा सकती हैं।

जब आप कोई शेयर खरीदते हैं, तो आप कंपनी को पैसा देते हैं और बदले में कंपनी का एक हिस्सा बन जाते हैं। इस तरह कंपनी को पूंजी मिल जाती है और आपके पास कंपनी के शेयर हो जाते हैं।

शेयरधारक (Shareholder) कौन होता है?

शेयर खरीदने वाले व्यक्ति को शेयरधारक (Shareholder) कहते हैं। हर शेयरधारक कंपनी के मालिकों में से एक होता है। कंपनी के मुनाफे में शेयरधारकों का भी हक होता है। साथ ही, कंपनी के महत्वपूर्ण फैसलों में भी शेयरधारकों की राय ली जा सकती है।

विभिन्न प्रकार के शेयर (Types of Shares)

शेयरों को मुख्य रूप से दो प्रकारों में बांटा जा सकता है:

साधारण शेयर (Equity Share): ये सबसे आम प्रकार के शेयर होते हैं। इन शेयरों के धारकों को कंपनी के मुनाफे में से लाभांश मिलने का अधिकार होता है, लेकिन उन्हें कंपनी की संपत्ति पर कोई कानूनी दावा नहीं होता।

अग्रिम शेयर (Preference Share): इन शेयरों के धारकों को कंपनी के मुनाफे में से पहले लाभांश मिलने का अधिकार होता है। हालांकि, मुनाफा न होने की स्थिति में, उन्हें लाभांश नहीं मिलता। साथ ही, कंपनी के परिसमापन (Liquidation) की स्थिति में, उन्हें अपनी पूंजी राशि पहले वापस लेने का अधिकार होता है।

शेयर बाजार (Stock Market) क्या होता है?

शेयर बाजार एक ऐसा बाजार है जहां शेयरों की खरीद और बिक्री होती है। कंपनियां अपने शेयर बेचती हैं और निवेशक उन्हें खरीदते हैं। यह एक तरह से ऑनलाइन मंच है जहां शेयरों की खरीद-फरोख्त होती रहती है। 

भारत में दो प्रमुख शेयर बाजार हैं: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)।

लाभांश (Dividend) क्या होता है?

कंपनी द्वारा अपने मुनाफे का एक हिस्सा शेयरधारकों को बांटा जाता है, जिसे लाभांश (Dividend) कहते हैं। 

लाभांश कंपनी की परफॉर्मेंस का एक अच्छा संकेतक होता है। लाभांश का भुगतान नकद, स्टॉक (अतिरिक्त शेयर) या संपत्ति के रूप में किया जा सकता है।

इसे आसान भाषा में समझे तो, जब कोई कंपनी अच्छा मुनाफा कमाती है, तो वो अपने शेयरधारकों के साथ उस मुनाफे को बांट सकती है। 

इस बंटवारे को ही लाभांश (Dividend) कहा जाता है। लाभांश कंपनी द्वारा शेयरधारकों को दिया जाने वाला एक तरह का इनाम होता है।

उदाहरण के लिए,

मान लीजिये की कंपनी ने अपने जारी किए गए शेयरों से 100 करोड़ रुपये कमाए। और अब कंपनी अपने शेयरधरकों को इसमे से कुछ लाभ देना चाहती है। अब कंपनी दिये जाने वाले लाभांश की गणना करेगी। 

अब यदि आपने कंपनी के 1 शेयर खरीदा है, और कंपनी द्वारा किए गए लाभांश की गणना के अनुसार 10 रुपये प्रति शेयर लाभांश बनता है। तो अब कंपनी आपको इस 10 रुपये में से 4 रुपये लाभांश के रूप मे दे सकती है। और 6 रुपए कंपनी की प्रॉफ़िट के रूप में जायेगा।

लाभांश तिथियां (Ex-Dividend Date and Record Date)

लाभांश प्राप्त करने के लिए शेयरधारक के लिए दो महत्वपूर्ण तिथियां होती हैं:

रिकॉर्ड तिथि (Record Date): यह वह तिथि होती है, जिस दिन कंपनी यह तय करती है कि किन शेयरधरकों को लाभांश दिया जाएगा। रिकॉर्ड तिथि से पहले शेयर खरीदने वाले ही लाभांश प्राप्त करने के हकदार होते हैं।

पूर्व-लाभांश तिथि (Ex- Dividend Date) – यह रिकॉर्ड तिथि से एक कारोबारी दिन पहले की तिथि होती है। इस तिथि के बाद खरीदे गए शेयरों पर लाभांश का भुगतान नहीं किया जाता है।

लाभांश की गणना (Dividend Formula)

लाभांश की गणना आमतौर पर प्रति शेयर लाभांश (Dividend Per Share) के रूप में की जाती है। इसे कंपनी के कुल लाभांश को कुल शेयरों की संख्या से विभाजित करके प्राप्त किया जाता है।

लाभांश प्रति शेयर (DPS) = कुल लाभांश भुगतान / बकाया शेयरों की संख्या

जहां:

कुल लाभांश भुगतान: यह वह राशि है जो कंपनी अपने शेयरधारकों को वितरित करने का निर्णय लेती है।

बकाया शेयरों की संख्या: यह कंपनी के कुल जारी किए गए शेयरों की संख्या है।

उदाहरण:

मान लीजिए किसी कंपनी ने ₹100 करोड़ का लाभ कमाया और उसके पास 10 करोड़ शेयर हैं। तो प्रति शेयर लाभांश ₹10 होगा (100 करोड़ / 10 करोड़ = 10)।

गणित अध्याय शेयर और लाभांश से संबन्धित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न एवं उत्तर 

प्रश्न 1. दी गई राशि के 8% वार्षिक लाभांश देने वाली ₹100 की कीमत के एक शेयर का वार्षिक लाभांश क्या होगा?

उत्तर: वार्षिक लाभांश = (शेयर का मूल्य x लाभांश दर) / 100

वार्षिक लाभांश = (₹100 x 8%) / 100

वार्षिक लाभांश = ₹8

प्रश्न 2. एक व्यक्ति ₹20 के बराबर अंकित मूल्य वाले 100 शेयरों का मालिक है. कंपनी ने 10% लाभांश देने की घोषणा की है. उसे कुल कितना लाभांश मिलेगा?

उत्तर: कुल लाभांश = (शेयरों की संख्या x अंकित मूल्य x लाभांश दर) / 100

कुल लाभांश = (100 शेयर x ₹20 x 10%) / 100

कुल लाभांश = ₹200

प्रश्न 3. एक कंपनी ने ₹50 करोड़ का लाभांश देने का फैसला किया है और कंपनी के पास 50 लाख बकाया शेयर हैं. लाभांश प्रति शेयर (DPS) की गणना करें।

उत्तर: लाभांश प्रति शेयर (DPS) = कुल लाभांश भुगतान / बकाया शेयरों की संख्या

कुल लाभांश = ₹50 करोड़ / 50 लाख शेयर 

लाभांश प्रति शेयर = 100 रुपये

प्रश्न 4. मान लीजिए आपने 100 शेयर खरीदे हैं और कंपनी का DPS ₹5 है. आपको कुल कितना लाभांश मिलेगा?

उत्तर: कूल लाभांश = खरीदे गए शेयरों की संख्या x कंपनी द्वारा भुगतान किया जाने वाला लाभांश

कुल लाभांश = 100 x 5 

= ₹500 लाभांश

प्रश्न 5. 50 रुपये के बाजार मूल्य पर ₹40 के अंकित मूल्य वाले 50 शेयर खरीदने के लिए आवश्यक राशि क्या है?

उत्तर: बाजार मूल्य = ₹38.50

शेयरों की संख्या = 50 

निवेश = ₹38.50 × 50 = ₹1925 

आवश्यक राशि = ₹1925

प्रश्न 6. अमन ₹100 अंकित मूल्य के शेयरों पर ₹80 प्रति शेयर ₹9620 का निवेश करता है, यदि कंपनी उसे 18% लाभांश देती है, तो शेयरों पर उसका प्रतिशत रिटर्न क्या है?

उत्तर: % रिटर्न = (वार्षिक आय / निवेश) × 100

यहां, वार्षिक आय = लाभांश = अंकित मूल्य × प्रति शेयर लाभांश

लाभांश प्रति शेयर = (अंकित मूल्य * लाभांश%) = ₹100 * 18% = ₹18

वार्षिक आय = लाभांश प्रति शेयर * शेयरों की संख्या = ₹18 * 50 = ₹960

अब, % रिटर्न की गणना करें:

% रिटर्न = (₹960 / ₹9600) × 100

= 22.5%

निष्कर्ष

आज किस लेख में हमने जाना की शेयर क्या होता है और लाभांश क्या होता है? उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको शेयर एवं लाभांश की अवधारणा समझा आ पाई होगी। यदि आपको इस विषय पर कोई अन्य जानकारी की आवश्यकता हो तो हमें कमेंट करके पूछे।